छुप के बैठा है वो पर,



छुप के बैठा है वो पर,
 अपने दिल के अल्फाज़ न छूपा सका।
 जिद्द पर अड़ा है वो पर,
 अपने दिल के अल्फाज़ न बता सका॥

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